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Friday, June 20, 2014

वाशिंग मशीन

वाशिंग मशीन,
क्यूँ कर दी जाती है
बेदखल इस तरह
क्यूँ रख दी जाती है
बालकनी के एक कोने में

घर के बाकी इलेक्ट्रॉनिक
सामानों से अलग
चुपचाप एक कोने में बैठी
वाशिंग मशीन कह रही है
मुझसे ये सौतेला व्यवहार क्यूँ

हम भी तो इसे
पराये की तरह
इस्तेमाल करते हैं
सारे कपड़े इसमें डालकर
घर के अन्दर चले जाते है
मशीन बेचारी खुद ही
कपड़े साफ़ करती है
फिर कपड़े ले जाने को
सायरन बजाती है

हम भी अपना काम बनाकर
मशीन को कवर चढ़ा आते हैं
फिर कुछ घंटों-दिन के लिए
रहती है अकेली
हम कब वाशिंग मशीन का
हाल पूछ कर आते हैं ?


2 comments:

  1. Yeah a poem in nice body n with unique expressions. You know with first line of this poem the first thing came in my mind is a newly wedded young lady. Washing machine in dowry, is it symbolic of something. Is it not symbolic of the lady of the house in millions of houses. Washing machine or the dulhan.....same fate......

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    1. लिखते समय ऐसा ही कुछ ख़्याल आया था, जैसे नयी शादी के बाद लड़की पहली बार मायके आती है और थोड़ी अलग-थलग रहती है । उस घर की बेटी नहीं, उसकी मेहमान हो जाती है । अगली बार इसपर कुछ लिखा, तो इस तरह से जोड़ने की कोशिश करुँगी ।

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