सिर्फ अपनी बातों से कर गया मुझपे ऐसा जादू...
कर लिया है मेरे मन को भी अपने ही काबू...
किस दिशा का है,कहाँ से आया है मेरे ख्यालो में...
मैं पागल घिरती जा रही अपने ही सवालों में ..
ऐसा भी कोई जादूगर होता है क्या !
दूर से ही कर दिया मुझपे ये कैसा टोना..
खुद भोला बन बैठा है बेखबर....
और इधर मैं हो रही हूँ बेकाबू..
कर लिया है मेरे मन को भी अपने ही काबू...
किस दिशा का है,कहाँ से आया है मेरे ख्यालो में...
मैं पागल घिरती जा रही अपने ही सवालों में ..
ऐसा भी कोई जादूगर होता है क्या !
दूर से ही कर दिया मुझपे ये कैसा टोना..
खुद भोला बन बैठा है बेखबर....
और इधर मैं हो रही हूँ बेकाबू..