दिल्ली में इस देश का हर राज्य,हर शहर बसता है । लेकिन मुझे कल ही पता चला कि दिल्ली में अमेरिका भी बसता है । अमेरिकन सेंटर नाम की लाइब्रेरी तो यहाँ है ही । कनॉट प्लेस में टहलते हुए ऑक्सफ़ोर्ड बुकस्टोर नाम की एक जगह पर नज़र पड़ गयी। ज़ाहिर सी बात है, दिल्ली में ऐसी जगहों को हम ढूंढते रहते है और जब ऐसी अपने हिसाब की जगह दिख जाए तो बिना जाए कोई कैसे रहे.. सो जाना बेहद ज़रूरी हो गया । एंट्री पर ही किताबें सजी हुई थीं । फिर ये कुछ लिखा हुआ भी दिखा..पढ़ने की कोशिश कर सकते हैं ।
अन्दर चारों तरफ़ किताबें, एक सेक्शन में सिर्फ बच्चों की किताबें रखी हुई थी । हैरानी तो तब हुई जब अन्दर की ओर एक सेक्शन में कॉस्मेटिक्स रखे हुए थे । फिर दूसरी ओर देखा तो आम भी रखे हुए थे । मैंने पूछ ही लिया, पता चला सब बिक्री के लिए ही है। मुझे थोड़ी हंसी भी आई कि है तो बुकस्टोर और सामान रंग-बिरंगे बिक रहे हैं । लेकिन अच्छा भी लगा इस तरह का नया प्रयोग देखकर । हालांकि बाहर के देशों में ऐसी जगहें होती है ये तो सुना है । शायद ये कांसेप्ट भी वहीँ से आया हो। तो मैंने भी पूरे खुले दिल से ऑक्सफ़ोर्ड बुकस्टोर के ओनर को उनकी इस नए प्रयास के लिए nice concept कहते हुए कॉम्पलिमेंट दे दिया ।
उधर दूसरी साइड में हलके परदे के बाद चार-पांच टेबल और कुर्सियां लगी हुई थी और आर्डर करने के लिए एक छोटा सा किचन । चाय-कॉफ़ी ऑर्डर कीजिये और आराम से आनंद उठाईये ।
मुझे बहुत अच्छी जगह लगी ये । अव्वल तो ये बुकस्टोर आपको दिल्ली में विदेश टाइप फील कराता है और दूसरा कि चाहे आप किताबी कीड़े हो या ना हो, किताबो के शौक़ीन हो या किताबें सिर्फ पसंद भर हो तो भी आप यहाँ आराम से बैठ सकते हैं। आसपास किताबें हो तो किसे अच्छा नहीं लगता । ज़रूरी नहीं कि किताबें पढ़ी ही जाएँ ।किताबों के बीच रहकर भी अच्छा ही लगता है । फील गुड ।
doesn't matter what the place was like, but your writing is perfect...... really......i mean it
ReplyDeleteकिताबों के साथ आम | ये हो गया फ्रूट लाइब्रेरी |
ReplyDeletebadhiya
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