आजकल बहुत थकावट रहती है
बेचैनी भी होती है
मनोदशा में बदलाव होता है
शरीर में शिथिलता है
ये मेनोपॉज का दौर है
जिससे मैं गुज़र रही हूँ
एक स्त्री का शरीर
अपनी तमाम संभावनाओं
को समाप्त कर रहा है
जैविक बुढ़ापा कहते है जिसे
उस पीड़ा को
सहन कर रहा है
शरीर बूढ़ा नहीं हुआ
पर शारीरिक मजबूती
हर दिन हार रही है
मुझे इस वक़्त
तुम्हारे साथ की
बहुत ज़रुरत है
मेरी मन:स्थिति को समझो
मुझे हारने मत दो
इस वक़्त मेरा शरीर
तुम्हारी इच्छाओं को
पूरा कर सकने में असमर्थ है
शायद मेनोपॉज के इस दौर
के बाद
मेरी शारीरिक इच्छाओं का भी
अंत हो जाए
उस वक़्त मुझे तुम्हारी
और भी ज़्यादा ज़रुरत होगी
तुम्हारे साथ की चाह होगी
मुझे समझने की कोशिश करना
मुझे हारने मत देना
एक स्त्री को मिले
'रजस्वला' के सबसे
बड़े वरदान का
यह अंत होने का समय है
यह एक स्त्री के जीवन का
परिवर्तनकाल है
यह कुछ सालों का
कष्ट है
जिसे भुगत कर
मैं एक बार फिर
अपने जीवन में
दृढ़ बनकर लौटूंगी
तब तक
मुझे हारने मत देना ।
(स्त्रियों में मासिक धर्म के स्थायी रूप से बंद होने को Menopause या रजोनिवृत्ति कहते है । जो कि ४०-५० की उम्र के आसपास होता है । अलग-अलग स्त्रियों के शारीरिक बनावट के हिसाब से यह होता है। कई बार इस परिवर्तन के समय कुछ स्त्रियों को बहुत कष्ट होता है ।जिसमें एक दो वर्ष तक लग जाते हैं ।)
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