tag:blogger.com,1999:blog-1928328943453693254.post2176253574758458633..comments2023-06-13T15:21:53.229+05:30Comments on बेतरतीब: लाइब्रेरी की मुलाक़ात ! Aanchalhttp://www.blogger.com/profile/12702374784972702677noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1928328943453693254.post-37156337142856465902014-04-22T13:27:12.704+05:302014-04-22T13:27:12.704+05:30ek dum hakikat ko bayan kiya hai aapne..
your most...ek dum hakikat ko bayan kiya hai aapne..<br />your most welcome to my blog.<br />http://iwillrocknow.blogspot.in/Nitish Tiwaryhttps://www.blogger.com/profile/06484230743667707116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1928328943453693254.post-438304902803426472014-03-31T13:50:48.305+05:302014-03-31T13:50:48.305+05:30आपने प्रेम की नैसर्गिक व्याख्या की है, और बहुत ही ...आपने प्रेम की नैसर्गिक व्याख्या की है, और बहुत ही खूबसूरती से से इसे लिखा है | इस पोस्ट में रविश सर कहीं से दिखाई नहीं नहीं देते, सिर्फ आँचल हैं, और आँचल की कविता की ठंढी छाँव |सोहनhttps://www.blogger.com/profile/08644399594514788639noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1928328943453693254.post-76313723439059959742014-03-30T19:51:25.843+05:302014-03-30T19:51:25.843+05:30सच है आँचल की ईमानदार अभिव्यक्तियों से सीख कर मुझे...सच है आँचल की ईमानदार अभिव्यक्तियों से सीख कर मुझे खुद स्त्रियों की ईमानदार अभिव्यक्ति उकेरने में स्वतंत्रता मिली इसी ब्लॉग पर मैने एक पोस्ट पढ़ते जाना था कि युवतियों की बोल्ड अभिव्यक्ति भी शालीन हो सकती है। इस कविता में इतनी सच सरल और वास्तविक अभिव्यक्ति है कि जीवन में कम से कम एक बार हर व्यक्ति इस सरलता से प्रेम में पड़ना चाहेगा। बहुत खूबसूरत मंशा लिये एक सुंदर रचना है। आँचल को ढेर सी बधाई .....:)anuj sharma fatehhttps://www.blogger.com/profile/01305218543531452760noreply@blogger.com